बर्बादी की दहलीज पर खड़ा एक देश-उत्तरी कोरिया
यह आलेख में (Ganpat Singh) 2 भागों में आपके सामने ला रहा हूँ ।
( भाग-1)
( भाग-1)
®#भौगालिक_स्थिति-
एशिया महाद्वीप के सुदूर पूर्व में चीन(युलु नदी) व रूस के साथ सीमा बनाता यह प्रायद्वीप जापान सागर(पूर्वी सागर),पीला सागर(चीन सागर) तथा पूर्वी चीन सागर से घिरा हुआ हैं।
®#कोरिया_प्रायद्वीप_से_कोरिया_विभाजन_तक
★1910 से कोरिया प्रायद्वीप जापान के अधिकार क्षेत्र में था । वर्ष 1945 में जैसे ही जापान ने द्वितीय विश्व युद्ध मे पराजय के बाद समर्पण किया वैसे ही उसके अधिकार क्षेत्र के अधिकांश देश जापान की अधीनता से मुक्त हो गए। इनमें से एक क्षेत्र कोरिया प्रायद्वीप भी था।
★वर्ष 1945 में जैसे ही कोरिया प्रायद्वीप मुक्त हुआ वैसे ही रूस तथा अमेरिका की सेना कोरिया की तरफ बढ़ती है । रूस ने कोरिया प्रायद्वीप के उत्तरी भाग पर अपना कब्जा जमाया , वही अमेरिका की सेना ने कोरिया प्रायद्वीप के दक्षिणी भाग पर अपना कब्जा जमाया ।
★इस प्रकार कोरिया प्रायद्वीप को दो भागों में बांट दिया गया-उत्तरी कोरिया (रूसी प्रभाव के कारण साम्यवादी शासन व्यवस्था) तथा दक्षिण कोरिया ( अमेरिकी प्रभाव के कारण अध्यक्षात्मक शासन प्रणाली पर आधारित गणतन्त्र शासन व्यवस्था स्थापित हुई) तथा इनके मध्य 38 डिग्री अक्षांश रेखा को सीमा रेखा के रूप में निर्धारित किया।
★वर्ष 1948 में रूस ने अपनी सेनाएं उत्तरी कोरिया सेे वापस खींच ली तथा 1949 में अमेरिका ने अपनी सेना दक्षिण कोरिया से वापस खींच ली। ततपश्चात वर्ष 1950 में उत्तरी कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर आक्रमण कर लिया जिसके परिणाम स्वरुप अमेरिका ने दक्षिण कोरिया की संप्रभुता बचाए रखने के उद्देश्य से अपनी सेनाएं दक्षिणी कोरिया भेजी ।
★यह शीत युद्ध का एक आक्रामक काल था जब पहली बार अमेरिका किसी दूसरे देश के मामले में प्रत्यक्षतः अपनी सेनाएँ भेजता है, यहां पर करीबन 1.50 लाख अमेरिकन सैनिक मारे गए । नेहरू ने मध्यस्ता करके मामला शांत किया तथा दो देशों के मध्य शांति कायम की।
★दक्षिण कोरिया आज विकसित देशों के श्रेणी में आ गया है वहीं उत्तरी कोरिया बर्बादी की दहलीज़ पर।
★यह शीत युद्ध का एक आक्रामक काल था जब पहली बार अमेरिका किसी दूसरे देश के मामले में प्रत्यक्षतः अपनी सेनाएँ भेजता है, यहां पर करीबन 1.50 लाख अमेरिकन सैनिक मारे गए । नेहरू ने मध्यस्ता करके मामला शांत किया तथा दो देशों के मध्य शांति कायम की।
★दक्षिण कोरिया आज विकसित देशों के श्रेणी में आ गया है वहीं उत्तरी कोरिया बर्बादी की दहलीज़ पर।
#उत्तरी_कोरिया_की_वर्तमान_स्थिति-
वर्तमान उत्तरी कोरिया में नागरिक अधिकारों,नागरिक स्वतंत्रताओं ,मानव अधिकारों को कोई स्थान नहीं है। यहां सामाजिक कल्याण के स्थान पर हथियारों की होड़ मची हुई है ,यहां मानव विकास के स्थान पर परमाणु हथियारों और बैलेस्टिक मिसाइलों का विकास किया जा रहा है ,यहां राष्ट्र कल्याण के स्थान पर एक राष्ट्र को हथियारों की सेज पर खड़ा किया जा रहा है ,यहां गरीबी ,बेरोजगारी ,कुपोषण जैसी समस्याओं से परे होकर कोरिया परमाणु हमले की तैयारी हेतु वित्तीयन किया जा रहा है ।
उत्तरी कोरिया की इस बर्बादी में चीन लगातार उत्तरी कोरिया को सह दिए हुए हैं, हाल ही में कोरिया द्वारा बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण किया गया तथा हाइड्रोजन बम परीक्षण किया गया । उक्त गतिविधियों को देखते हुए ट्रंप सरकार ने अपना एक युद्धक बेड़ा जापान और चीन की सहमति के बाद उत्तरी कोरिया की तरफ भेजा जिससे नाराज होकर तानाशाह किम जोंग युंग ने परमाणु हथियारों के प्रयोग की धमकी अमेरिका को दे डाली।
उत्तरी कोरिया की इस बर्बादी में चीन लगातार उत्तरी कोरिया को सह दिए हुए हैं, हाल ही में कोरिया द्वारा बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण किया गया तथा हाइड्रोजन बम परीक्षण किया गया । उक्त गतिविधियों को देखते हुए ट्रंप सरकार ने अपना एक युद्धक बेड़ा जापान और चीन की सहमति के बाद उत्तरी कोरिया की तरफ भेजा जिससे नाराज होकर तानाशाह किम जोंग युंग ने परमाणु हथियारों के प्रयोग की धमकी अमेरिका को दे डाली।
#अब_आगे_क्या? तथा #इसके_वैश्विक_प्रभाव【भाग-2】
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